जैसा कि अब तक हमने देखा कि सगाई में खूब नाच गाना होता है साथ ही लोग एक दूसरे को ताने भी मारते हैं. लेकिन जैसे ही अनुपमा और अनुज सगाई के लिए आगे बढ़ते हैं पता चलता है कि सगाई की अंगूठी ही गायब है.
तभी मीनू हाथ में अंगूठी लिए आती है और बताती है कि उससे गलती से अंगूठी पर sauce गिर गया था इसलिए वह अंगूठी को धोने ले गई थी.सब खुश हो जाते हैं और अनुपमा अनुज एक दूसरे को अंगूठी पहनाने जाते हैं लेकिन उससे पहले अनुज अनुपमा के लिए शायरी कहता है
वनराज एक ताना भी मारता है है कि वह मसाले वाले हाथ अब हीरे की अंगूठी पहनेंगे लेकिन अनुज इतने प्यार से अनुपमा की हर बुराई अच्छाई को अपना लेता है जिसे देख कर सब लोग इमोशनल हो जाते हैं.
यह सारी खुशियां लीला से देखी नहीं जाती इसलिए वह अकेले आंगन में जाकर बड़बड़ आने लगती है तभी अनुपमा की मां आती है और लीला को कहती है कि मैं आपको धमका रही हूं मेरी बेटी की खुशियों में आग मत लगाना
यह सारी खुशियां लीला से देखी नहीं जाती इसलिए वह अकेले आंगन में जाकर बड़बड़ आने लगती है तभी अनुपमा की मां आती है और लीला को कहती है कि मैं आपको धमका रही हूं मेरी बेटी की खुशियों में आग मत लगाना
लीला यह देखकर एकदम चौक जाती है कि आज तक जो औरत उसके सामने नजर नहीं उठाती थी आज वह इतना कुछ बोल गई.वही सभी लोग अंदर नाच गाने में बिजी होते हैं तो अनुज और अनुपमा के बीच का एक रोमांटिक मोमेंट भी दिखाया जाता है
अब वही कल के एपिसोड में हम देखेंगे कि अनुज स्टाइल में अपनी बुलेट पर आता है और अनुपमा को डेट पर ले जाता है.और काव्य वनराज को ताना मारती है कि किसी औरत की कद्र कैसे करते हैं यह तो मनुष्य सीखो तुम्हें तो सिर्फ वाइफ से काम ही करवाना आता है