आज के एपिसोड की शुरुआत होती है जहां अनुपमा अपने बच्चों से कहती है कि उन्हें किस तरह अपना ध्यान रखना है और सारी चीजें संभालनी है
सभी बच्चे कहते कि वह अपना ध्यान रख लेंगे क्योंकि अब उनके लिए रिश्ते बड़े हो चुके हैं लेकिन अब अनुपमा को अपने नए रिश्ते को उंगली थाम कर चलना है सिखाना है|
उसके बाद सब लोग अनुपमा को तैयार करने लगते हैं अनुपमा बहुत खुश है तभी समर कहता है कि
सब लोग खड़े होकर बारात का इंतजार कर रहे थे काव्या वनराज ने हमारी शादी कराई और बनराज को जेल जाने से भी बचाया इसलिए वनराज को आप उसका एक कर चुका देना चाहिए|
समर तोषू और कुछ लोग बरात के साथ नाचने लगते हैं।बारात रूकती है अनुज बापूजी और मां का आशीर्वाद लेता है अनुपमा की मां आरती करने वाली होती है तभी राखी कहती है कि यह आरती तो बा को करनी चाहिए |
तभी बाकी एंट्री होती है बा मां के साथ मिलकर आरती करने लगती हैं anuj कहता है कि देखा मैंने कहा था कि आप हमें एक दिन दिल से आशीर्वाद देंगे और वह दिन आज है.तभी मोहल्ले की दो औरतें भी आ जाती है अनुपमा की शादी में शामिल होने सेसब बहुत खुश होते हैं|
अनुज समर से कहता है कि अब जल्दी से अनुपमा को बुला लो तभी अनुपमा की एंट्री होती है|अनुपमा toshu और समर के हाथों पर अपने पैर रखकर चलती है वह बहुत खुश है|
तभी अनुपमा वरमाला के लिए आती है और समर कहता है कि सब ने अपनी खुशी जताई लेकिन मम्मी ने अभी तक अपनी शादी के लिए खुशी नहीं जताई इतना शर्म आती है|