तभी यह सब होने के बाद सुहासिनी कहती है कि फेरों में अभी थोड़ा सा वक्त बाकी है इसलिए वह और कुछ रस्में करना चाहे तो कर सकते हैं.तभी गोयंका अनाउंस करते हैं कि वह दूल्हे के जूते नहीं चुराएंगे.
तभी यह सब होने के बाद सुहासिनी कहती है कि फेरों में अभी थोड़ा सा वक्त बाकी है इसलिए वह और कुछ रस्में करना चाहे तो कर सकते हैं.तभी गोयंका अनाउंस करते हैं कि वह दूल्हे के जूते नहीं चुराएंगे.