वह आगे कहता है कि दोनों बच्चे बहुत समझदार है। अनुपमा पाखी से बात करने का फैसला करती है। अधिक कहता है कि वह सही और गलत नहीं जानता और अधिक और पाखी दोनों को अपने दिल की सुननी चाहिए।
इधर लीला यह जानने की कोशिश कर रही होती है कि पाखी धीरे-धीरे किससे बात कर रही है। वह पाखी से पूछती है लेकिन पाखी गुस्सा जाती है और कहती है कि वह वॉशरूम गई थी
अनुज अनुपमा की ज्वेलरी हटाने में मदद करता है और उसे सुला देता है। पाखी और अधिक एक दूसरे के बारे में ही सोच रहे होते हैं लीला पाखी के बगल में सो रही होती है।
अनुपमा अनुज को थैंक यू बोलती है। कि अनुज ने उसके चेहरे पर मुस्कुराहट वापस लाए अनुज कहता है, कि उसने ऐसा इसलिए किया ताकि वह चैन की सांस ले सके अनुपमा के लिए चाय बनाती है।